(1)लो लिख मारीमैंने एक और कविता हाँ,तुम्हारे ऊपर ....तुम जो वर्ग की श्रेणी में मध्यम आते होतुम न शोषक हो न शोषित ...फिर भी पता नहीं क्यों डरते हो थोड़े से अक्षरों से......उनकी अर्थवान एकता से ....खैर, जबकि तुमपहचान लिए गए होमेज के उस तरफ बैठे आदमी के एजेंट के रूप मेंतो तुमसे क्या कहूँ ...तब जबकितुम में से किसी ने अपने बच्चे के सवाल को डांट कर चुप करा दिया है .......कोई अपनी बीबी को अपने साहब के पास बेच आया है......कोई बहुत तत्परता से हमारी रिपोर्ट वहां दर्ज करा रहा है .....फिर भी अगर संभावना हो...
नरेन्द्र मोदी से रविवार 29 मार्च को दो बैठकों में 9 घंटे पूछताछ हुई. उनसे मैराथन बातचित कर यह पता लगाने का प्रयास किया गया होगा कि 2002 के दंगों, खास तौर से उस घटना, जिसमें गुलबर्ग सोसायटी में रहने वाले सांसद सहित 62 लोगों को जिंदा जला दिया गया था , में सरकार की क्या भूमिका रही थी . आरोप है कि अगर सरकार और मुख्यमंत्री चाहते तो ऐसा होने से रोका जा सकता था. इस मामले में दायर याचिका में कहा गया है कि 'बार-बार फ़ोन करने पर भी पुलिस अधिकारीयों द्वारा ध्यान नहीं दिया गया. स्वयं मुख्यमंत्री नरेन्द्र...